बिहार (Bihar) में शराबबंदी को लेकर सरकार ने सख्त कदम उठा लिए है। पटना में एक कार्यकर्म में मुख्यमंत्री नितीश कुमार शराब बंदी पर ऊँगली उठाने वालो पर जम कर बरसे। उन्होंने सरकारी अधिकारियों को आदेश देते हुए कहा कि शराब को कंट्रोल करना होगा, तभी पूरा बिहार नियंत्रण में होगा।
नितीश कुमार (Nitish Kumar) ने 2015 में ही तह कर लिया था की वे शराब बंदी का कानून ले कर आएंगे। उन्होंने यह भी स्पष्ट कर दिया कि शराब की सुचना मिलने पर पुलिस हर जगह जाँच पर जाएंगी , चाहे वो होटलमें हो या किसी शादी पार्टी में। पुलिस हर जगह जांच करेगी।
उन्होंने बिहार (Bihar) में शराबबंदी के लिए पुलिस द्वारा उठाये जा रहे कदमो को सही ठहराया। नितीश कुमार ने पटना में ढुलान के कमरे में छापेमारी पर ऊँगली उठाने वालो को जवाब देते हुए कहा की अगर को गड़बड़ करेगा तो छापेमारी जरूर होगी। नितीश कुमार ने यह भी कहा की शराबबंदी कानून लाने से लोगो के अंदर ख़ुशी भी है।
इस साल राज्य में ज़हरीली शराब पीने से कुल 90 लोगों की मौत हो चुकी है। विभागीय आंकड़ों के अनुसार अप्रैल, 2016 में राज्य में पूर्ण शराबबंदी लागू होने के बाद ज़हरीली शराब से हुई मौत का पहला मामला गोपालगंज में हुआ जहां 19 लोगों की मौत हुई थी। पूर्ण शराबबंदी लागू होने के बाद से राज्य में अब तक कुल 125 लोगों की मौत ज़हरीली शराब पीने से हो चुकी है। ज़ाहिर है प्रशासनिक तौर पर विफलता के मद्देनजर सीएम नीतीश कुमार ने अपने तुरुप के इक्के का इस्तेमाल कर दिया है जो राज्य में शराबबंदी को लेकर माफियाओं और सफेदपोशों की नाक में दम कर उन्हें कानून का सबक सिखाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ने वाला है।