उत्तराखंड पुलिस ने जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी, जिन्हें पहले वसीम रिजवी के नाम से जाना जाता था और अन्य के खिलाफ ‘धर्म संसद’ या धार्मिक सभा में एक विशेष धर्म के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने के लिए मामला दर्ज किया है।
उत्तराखंड के हरिद्वार में हुई ‘धर्म संसद’ के दौरान दिए गए विवादित बयानों के मामले में दर्ज एफआईआर में अब दो नाम और बढ़ा दिए गए हैं। वसीम रिजवी उर्फ रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण त्यागी के बाद दो संत महामंडलेश्वर धर्मदास और महामंडलेश्वर अन्नपूर्णा भारती भी केस दायरे में आ गए हैं। पुलिस इस मामले की जांच की जा रही है।
यह भी पढ़े:- गोमांस खाने में कोई खराबी नहीं, सावरकर की किताब की क्या है सच्चाई?
हरिद्वार के खड़खड़ी स्थित वेद निकेतन आश्रम में आयोजित हुई तीन दिवसीय धर्म संसद में दिए गए भड़काऊ भाषणों के सोशल मीडिया पर वायरल हो जाने के ज्वालापुर निवासी गुलबहार खान ने तहरीर देकर आरोप लगाया कि धर्म संसद में वसीम रिजवी और अन्य लोगों ने भड़काऊ भाषण देकर माहौल खराब करने की कोशिश की है।
लगातार सामने आ रहे वीडियो को देखते हुए पुलिस द्वारा एफआईआर में नामों की सूची लंबी की जा रही है। संतों ने अपनी सफाई में कहा है कि हमारे भाषण आम मुसलमान या आम लोगों के खिलाफ नहीं हैं, बल्कि मुस्लिम जिहादियों के खिलाफ हैं।
देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमादेश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘DNP INDIA’ को अभी subscribe करें।आप हमें FACEBOOK, INSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो पर सकते हैं।