नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में किसान आंदोलन के दौरान फैली हिंसा को लेकर देशभर से नेताओं की कड़ी प्रतिक्रिया सामने आ रही है. इस हिंसा को लेकर बीजेपी और कांग्रेस दोनों दलों के नेताओं ने अपनी बात रखी है। इस दौरान जहां बीजेपी की तरफ से शहनवाज हुसैन ने लाल किले पर किसानों द्वारा झंडा फहराए जाने को लेकर निंदा की, तो वहीं कांग्रेस ने इसे मोदी सरकार के हठ के कारण हुई हिंसा करार दिया। कांग्रेस की तरफ से पार्टी के प्रवक्त रणदीप सुरजेवाला ने बिना नाम लिए ‘दुर्योधन’ जिक्र कर तंज कसा है। चलिए आपको बताते हैं कि किस नेता ने क्या कहा है।

बीजेपी ने क्या कहा है?
किसानों के प्रर्दशन को हिंसक हो जाने पर बीजेपी नेता शाहनवाज हुसैन ने कहा है, ”जो शंका थी वो सही साबित हुई. किसान संगठन बड़ी-बड़ी बातें कर रहे थे कि अनुशासन रहेगा. हम जश्न में शामिल हो रहे हैं. यह जश्न था या गणतंत्र दिवस के दिन भारत पर हमला था? इन्होंने लाल किले को अपवित्र किया है. इस सबके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. उकसाने का काम तो किसान संगठन के नेताओं ने किया. किसान संगठन का हर नेता सिर्फ भड़काने में लगा हुआ था. अब जब ये घटना घट गई तब वे तरह-तरह का ज्ञान दे रहे हैं.”

कांग्रेस ने क्या कहा है?
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ”महात्मा विदूर जैसे मंत्री, कृपाचार्य जैसे राजगुरू, द्रोणाचार्य जैसे महारथी और भीष्म जैसे “मार्गदर्शक” के रहते हुए भी हस्तिनापुर का सर्वनाश कैसे हो गया? क्योंकि दुर्योधन के अहंकार” के सामने सब मौन रहे और इस मौन की “कीमत” सबको चुकानी पड़ी थी. सोचा, याद दिला दूं. #Farmer”

बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने दंगा किया- हार्दिक पटेल
गुजरात में कांग्रेस नेता हार्दिक पटेल ने कहा,”बीजेपी किसान आंदोलन को बदनाम करने के लिए किसी भी हद तक जाएगी. गणतंत्र की परेड ख़त्म होती ही लाल किल्ले पर बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने दंगा किया और किसानों को बदनाम किया. बीजेपी अपने फ़ायदे के लिए किसी भी व्यक्ति, समाज, पार्टी और आंदोलन को बदनाम करने में किसी भी हद तक जा सकती है.”

हिंसा को अति-गंभीरता से ले सरकार- मायावती
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा, ”देश की राजधानी दिल्ली में कल गणतंत्र दिवस के दिन किसानों की हुई ट्रैक्टर रैली के दौरान जो कुछ भी हुआ, वह कतई भी नहीं होना चाहिए था. यह अति-दुर्भाग्यपूर्ण और केन्द्र की सरकार को भी इसे अति-गंभीरता से ज़रूर लेना चाहिए.” उन्होंने आगे कहा, ”साथ ही, बीएसपी की केन्द्र सरकार से पुनः यह अपील है कि वह तीनों कृषि कानूनों को अविलम्ब वापिस लेकर किसानों के लम्बे अरसे से चल रहे आन्दोलन को खत्म करे ताकि आगे फिर से ऐसी कोई अनहोनी घटना कहीं भी न हो सके.”

हिंसा के लिए बीजेपी ही कसूरवार है- अखिलेश यादव
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा, ”बीजेपी सरकार ने जिस प्रकार किसानों को निरंतर उपेक्षित, अपमानित और आरोपित किया है, उसने किसानों के रोष को आक्रोश में बदलने में निर्णायक भूमिका निभायी है. अब जो हालात बने हैं, उनके लिए बीजेपी ही कसूरवार है. बीजेपी अपनी नैतिक ज़िम्मेदारी मानते हुए कृषि-क़ानून तुरंत रद्द करे.”

Share.
Exit mobile version