बिहार में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान होने के साथ ही सभी पार्टियों ने अपनी-अपनी तैयारी शुरु कर दी है। एक तरफ महागठबंधन में सीटों के फॉर्मूले पर बैठकों का दौर जारी है तो वही NDA ने अपना सीट शेयरिंग का फॉर्मूला तैयार कर लिया है। सुत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक इस बार एनडीए में सीट शेयरिंग का फॉर्मूला 2010 की तरह रखा जाएगा। बता दें की 2010 के चुनाव में जदयू 141 और बीजेपी 102 सीटों पर चुनावी मैदान में थे। उस चुनाव में एनडीए की आंधी ने सभी पार्टियों को बर्बाद कर दिया था। आरजेडी उस चुनाव में 22 सीटों पर सिमट गई थी।
मिली जानकारी के अनुसार सीट बंटवारे पर मुहर लगने के बाद बिहार बीजेपी प्रभारी भूपेंद्र यादव दिल्ली के लिए रवाना हो चुके हैं। वही दूसरी तरफ भाजपा कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष डा. संजय जायसवाल, बिहार के उपमुख्यमंत्री और बीजेपी बिहार विधानमंडल के नेता सुशील कुमार मोदी के साथ मिलकर केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद और बिहार स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय घंटो तक सीटों पर मंथन करते रहे। बताया जा रहा है की भूपेंद्र यादव अपने साथ संभावित उम्मीदवारों की एक लिस्ट साथ में लेकर दिल्ली गए हैं।
बीजेपी सुत्रों की माने तो इसबार यानी की विधानसभा चुनाव 2020 में जेडीयू 103 और बीजेपी 101 सीट पर चुनाव लड़ने जा रही है। आपको बता दें कि 2010 में जेडीयू 141 और बीजेपी ने 102 सीटों पर चुनाव लड़ा था। लेकिन इस बार एनडीए में एलजेपी और जीतनराम मांझी की पार्टी ‘हम’ भी एनडीए में शामिल है। लिहाजा इस बार 39 सीटें सहयोगी दलों के लिए छोड़ी गई है। बता दें कि 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में 243 सीटों में से 178 पर महागठबंधन की जीत हुई लेकिन इस जीत में जेडीयू से अधिक विधायक आरजेडी के जीते थे।