नवजोत सिंह सिद्धू जिन्होंने कैप्टन अमरिंदर सिंह को उनके मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा देने पर मजबूर कर दिया था, वह अब पंजाब के नए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी से भी खुश नहीं है। जैसे वह कैप्टन अमरिंदर सिंह पर आरोप लगाते थे वह उसी ढंग से चरणजीत सिंह चन्नी पर भी आरोप लगा रहे है। जो मुद्दे उन्होंने अमरिंदर की सरकार पर उठाए थे वहीं मुद्दे वह नई सरकार पर भी उठा रहे है। सिद्धू ने पार्टी प्रदेश अध्यक्ष के पद से अपना इस्तीफा वापस ले लिया लेकिन उन्होंने कांग्रेस के सामने शर्त रखी है कि जब तक एजी और डीजीपी को उनके पद से नहीं हटाते तब तक वह कांग्रेस भवन में पैर नहीं रखेंगे।

नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा केवल दो मुद्दे थे एक ड्रग्स दूसरा बेअदबी, एक मुख्यमंत्री को उसके पद से हटाया गया। कुल 90 दिनों की सरकार है 50 दिन पहले ही बीत चुके हैं लेकिन इन दोनों मुद्दो पर किसी ने कोई कदम नहीं उठाया। मंगलवार को सीएम चरणजीत सिंह चन्नी और नवजोत सिंह सिद्धू केदारनाथ में एक साथ नजर आए थे, वह लोगों को दिखाना चाहते थे कि पार्टी में सब कुछ सामान्य है। सिद्धू ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा था कि चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बने अभी सिर्फ एक महीना हुआ है, इस दौरान उन्होंने बिजली के दर कम किए है। धीरे-धीरे बाकी के मसले भी हल किए जाएंगे, उनके इस बयान को अभी दो दिन ही हुए थे की शुक्रवार को उन्होंने एक बार फिर से चरणजीत सिंह चन्नी की सरकार पर हमला बोल दिया।

नवजोत सिंह सिद्धू ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर सरकार में ड्रग्स मामले की रिपोर्ट पब्लिक करने की हिम्मत नहीं है तो वह रिपोर्ट पार्टी को सौंप दे। मैं उस रिपोर्ट को पब्लिक कर दूंगा, मेरे अंदर यह कदम उठाने की हिम्मत भी है और दम भी है। सिद्धू ने आगे कहा कि- ‘पूर्व डीजीपी सुमेध सैनी के चहेते रहे इकबाल प्रीत सिंह सहोता और सैनी को बेल दिलवाने वाले एपीएस देयोल को डीजीपी और एजी के पद से नमाजा गया।

इन्होंने गलत लोगों को सुरक्षा प्रदान की, आपको बता दे इकबाल प्रीत सिंग सहलोता ने 2015 में जब वह एसआईटी के प्रमुख हुआ करते थे, उस वक्त उन्होंने बरगाड़ी कांड में क्लीन चिट प्रदान की थी। सिद्धू ने कहा कि आने वाले चुनाव में हमें जनता को इस बारे में जवाब देना पड़ेगा, ड्रग्स मामले को सामने लाने वाले राहुल गांधी थे। हमें पार्टी हाईकमान की सोच को आगे बढ़ाना चाहिए, जनता को यह जानना है कि ड्रग्स मामले की रिपोर्ट को आखिर कौन सार्वजनिक करने से रोक रहा है। पार्टी हाईकमान और कोर्ट ने तो इस मामले में आपको रोका नहीं है फिर आप रिपोर्ट क्यों नहीं दिखा रहे।

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सिद्धू ने आगे कहा कि मैं सरकार के किसी भी गलत काम में भागीदार नहीं हूं, मैंने पहली कैबिनेट मीटिंग से इन सभी अहम मुद्दों को उठाना शुरू कर दिया था और अब तक मैं उन मुद्दों को सामने ला रहा हूं। सिद्धू से जब पूछा गया कि 2022 विधानसभा चुनाव में पार्टी का चेहरा कौन होगा, इसपर सिद्धू ने कहा कि चेहरा लोग चुनते हैं। मैं अब तक छह बार चुनाव जीत चुका हूं। चेहरे का मैं कुछ नहीं कह सकता लेकिन मैं कांग्रेस को अकेली दम कम से कम 80 से 100 सीट पर जीत जरूर दिलाउगा।

सिद्धू ने आगे कहा कि पंजाब को हमें एक वेलफेयर स्टेट के रूप में आगे ले जाना है ना कि केवल चुनाव जीतना है। आपको बता दे आज नवजोत सिंह सिद्धू एक बार फिर से गांव बुर्ज जवाहर सिंह वाला जा पहुंचे और वहां सबसे पहले उन्होंने गुरुद्वारे में अपना माथा टेका, इसके बाद उन्होंने गांव के लोगों से मुलाकात की। नवजोत सिंह सिद्धू ने गांव वालों को यकीन दिलाया कि वह बेअदबी करने वाले हर एक व्यक्ति को कानून से सजा दिलवाएंगे ताकि राज्यभर में एक अच्छा संदेश जाए।

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