बंगाल चुनाव परिणाम आने के बाद से ही बंगाल हिंसा की आग में जल रहा है। भाजपा और टीएमसी एक दूसरे पर राज्य को जलाने का गंभीर आरोप लगा रहे हैं। इस बीच ये मामला देश की सबसे बड़ी अदालत सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। आपको बता दें, कोर्ट में इस मसले पर 2 याचिकाएं दाखिल हुई हैं। एक याचिका में हिंसा की सीबीआई जांच की मांग की गई है। वहीं दूसरी याचिका में राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की गई है। याचिका में कहा गया है कि, ममता बनर्जी सरकार हालात संभालने में नाकाम रही है। पहली याचिका बीजेपी नेता और सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील गौरव भाटिया ने दाखिल की है। जिसमें उन्होंने मामले की जांच सीबीआई से करने की मांग की है। इसके साथ ही दूसरी याचिका सामाजिक संस्था कलेक्टिव इंडिक कलेक्टिव की तरफ से की गई है। जिसमें उन्होंने राज्य के बिगड़े हालातो को संभालने के लिए राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है। इन याचिकाओं की सुनवाई की अभी तारीख तय नहीं की गई है। बुधवार को इस मामले पर सुनवाई हो सकती है।

हिंसा की आग में क्यों जल रहा बंगाल?
आपको बता दें,बंगाल में दीदी तीसरी बार सत्ता पर काबिज हो गई हैं। बीजेपी के प्रचंड चुनाव प्रचार के बाद। भी टीएमसी प्रमुख और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपना किला बचाने में कामयाब रही हैं। बंगाल में ममता की पार्टी टीएमसी ने 294 विधान सभाओं में से 213 सीटें जीती हैं। इसका साथ ही भाजपा 77 सीटों के साथ बंगाल में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। कांग्रेस और लेफ्ट को इस बार बंगाल से कुछ नही मिला है । अन्य के खाते में 2 सीटें गई हैं। अपनी सीट नंदी ग्राम हारने के बाद बंगाल जीतने वाली दीदी ने ये साबित कर दिया है। फिलहाल बंगाल में उन्हें कोई टक्कर देने वाला कोई नही है। लेकिन बंगाल चुनाव परिणाम आते ही हिंसा होना शुरू हो गई है।अलग अलग जगहों पर हुई हिंसा में 11 लोगों की हत्या हो गई है। आपको बता दें, भाजपा का आरोप है कि इनमें नौ उसके कार्यकर्ता हैं। जबकि ब‌र्द्धमान में एक टीएमसी और उत्तर 24 परगना में एक आइएसएफ के कार्यकर्ता की जान चली गई है। नंदीग्राम में सोमवार सुबह कई घरों और दुकानों में घुसकर तोड़फोड़ की गई। इस दौरान बीजेपी के दफ्तर में तोड़फोड़ की भी खबर है। बीजेपी ने इस हिंसा का जिम्मेदार टीएमसी को बताया है। टीएमसी ऐसे ही आरोप बीजेपी पर लगा रही है। मामले को देखते हुए गृह मंत्रालय ने इसकी रिपोर्ट मांगी है। हिंसा-आगजनी पर राज्यपाल ने भी डीजीपी को समन किया है तथा गृह सचिव से रिपोर्ट मांगी है। वहीं, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने रविवार शाम को चुनाव बाद हिंसा को लेकर राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा। ये मामला लगातार बढ़ता ही जा रहा है। इसके साथ ही भाजपा सांसद प्रवेश साहिब सिंह ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि, ‘टीएमसी के गुंडों ने चुनाव जीतते ही हमारे कार्यकर्ताओं को जान से मारा, भाजपा कार्यकर्ताओं की गाड़ियां तोड़ीं, घर में आग लगा रहें हैं। इतना ही नही सांसद ने तो चेतावनी देते हुए कहा है कि टीएमसी के नेताओं को दिल्ली भी आना है। इस तरह बंगाल में सियासी पारा चढ़ गया है। चुनाव परीणाम के बाद ये हिंसा कई सवाल खड़े कर रही हैं। जिसके बाद अब ये मामला देश की सबसे बड़ी अदालत सुप्रीम कोर्ट तक जा पहुंचा है।

Share.

आरोही डीएनपी इंडिया में मनी, देश, राजनीति , सहित कई कैटेगिरी पर लिखती हैं। लेकिन कुछ समय से आरोही अपनी विशेष रूचि के चलते ओटो और टेक जैसे महत्वपूर्ण विषयों की जानकारी लोगों तक पहुंचा रही हैं, इन्होंने अपनी पत्रकारिका की पढ़ाई पीटीयू यूनिवर्सिटी से पूर्ण की है और लंबे समय से अलग-अलग विषयों की महत्वपूर्ण खबरें लोगों तक पहुंचा रही हैं।

Exit mobile version