WhatsApp Calling: यदि आप भी अपने रिश्तेदारों और दोस्तों से बात करने के लिए व्हॉट्सऐप कालिंग का उपयोग करते है तो यह खबर आपके काम की है। दरअसल व्हॉट्सऐप कॉलिंग के लिए देश में एक सिस्टम लागू होने वाला है जिसमे अब आपको व्हॉट्सऐप कॉल के लिए पैसे देने होंगे। जहां पर अब पहले की तरह फ्री रहने वाली वीडियो कॉलिंग और सामान्य कॉलिंग फ्री नहीं रहेगी जीहां अब कॉलिंग करने के भी पैसे चुकाने पड़ेगें।
कंपनियों को लेना पड़ेगा लाइसेंस
मोदी सरकार ने टेलीकॉम सर्विस को लेकर एक ड्राफ्ट बिल तैयार किया है। इस बिल में व्हॉट्सऐप, फेसबुक के ज़रिए कॉल या मैसेज भेजने की सर्विस को टेलीकॉम सेवा माना जाएगा और इसके लिए इन कंपनियों को लाइसेंस लेना पड़ेगा। केंद्र सरकार द्वारा तैयार किया गया ड्राफ्ट टेलीकम्युनिकेशन बिल 2022 में इंटरनेट बेस्ड कॉलिंग और मैसेजिंग सेवाओं के टेलीकॉम कानूनों के दायरे में आने के बाद इसका सीधा असर मोबाइल और इंटरनेट उपभोक्ताओ पर पड़ेगा जो इन सेवाओं को इस्तेमाल करते हैं।
20 अक्टूबर तक मांगे सुझाव
ड्राफ्ट टेलीकम्युनिकेशन बिल 2022 के बारे में दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव का कहना है कि, नया टेलीकॉम बिल से, इंडस्ट्री के पुनर्गठन और नई तकनीक को अपनाने का रोडमैप तैयार होगी। सरकार ने इस ड्राफ्ट पर 20 अक्टूबर तक इंडस्ट्री और लोगों से सुझाव मांगे हैं। मौजूदा समय में यूजर्स व्हॉट्सऐप या दूसरे ऐप पर डेटा कॉस्ट के तौर पर पेमेंट करते हैं, हो सकता है कि बिल आने के बाद व्हाट्सएप या अन्य इंटरनेट कॉलिंग कंपनी इसके लिए अतिरिक्त चार्ज करने लगे।अश्विनी वैष्णव का कहना है कि इस बिल के जरिए साइबर फ्रॉड को रोकने के लिए फ्रॉड करने वाले अपराधियों की सज़ा बढ़ाने का प्रावधान किया गया है।
आपको बता दे कि, व्हॉट्सऐप के अलावा इंटरनेट कॉलिंग ऐप जैसे स्काइप, ज़ूम, टेलीग्राम और गूगल डुओ को भी लाइसेंस लेना होगा। ओटीटी प्लेटफॉर्म्स को भी इस नए टेलीकम्युनिकेशन बिल 2022 में शामिल किया गया है।
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