नई दिल्लीः इज़राइल और फिलिस्तीन के बीच तनाव एक बार फिर बढ़ गया है. गाज़ा में आतंकी समुहों के द्वारा इज़राइल में रॉकेट दागे जाने के बाद हालात बेहद तनावपूर्ण हो गए हैं। इसको लेकर गाज़ा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है की फिलिस्तीनी क्षेत्र में इजराइल के हवाई हमलों में नौ बच्चों समेत 20 फिलिस्तीनी लोगों की जान चली गई। वहीं इजरायल ने फिलिस्तीनी तटीय क्षेत्र पर हमले का जवाब दिया जिसके बाद यरूशलेम में अल-अक्सा मस्जिद पर पुलिस की छापेमारी हुई जिसमें सैकड़ों लोग घायल हुए। इसके बाद हमास ने जवाबी कार्रवाई करते हुए यरुशलम कंपाउंड से सुरक्षा बलों को हटाने के लिए रॉकेट हमले शुरू कर दिए गए।

रक्षा मंत्री बेनी गैंट्ज का बयान:
हमास के हमले को लेकर इजराइल के रक्षा मंत्री बेनी गैंट्ज ने कहा कि, “फिलिस्तीनी आतंकवाद को एक लोहे की मुट्ठी से लड़ा जाना चाहिए” वहीं इज़राइल के विपक्षी नेता यैर लिपिड ने हमास के खिलाफ सैन्य कार्रवाई की संभावना को बढ़ाते हुए मजबूत कार्रवाई की मांग की. हमास के रॉकेट हमले और कार्रवाई के एक दिन बाद इजराइल की पुलिस ने सोमवार को मस्जिद परिसर में धावा बोल दिया। इसके बाद फिलिस्तीनियों के साथ झड़प भी हुई, पुलिस के साथ झड़प में 500 से ज्यादा फिलिस्तीनी और 21 पुलिस अधिकारी घायल हो गए.

हमास ने ली हमले की जिम्मेदारी:
इजराइल पर रॉकेट से जवाब में कार्रवाई करने के लिए हमास के सैन्य बल ने जिम्मेदारी ली है। इसके अलावा हमास ने कहा है कि, “उसने ये पवित्र शहर में अपराधों और आक्रामकता और शेख जर्राह और अल-अक्स मस्जिद में लोगों को परेशान करने के जवाब में किया है”

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