यूक्रेन (Ukraine) से पलायन करने वाले लोगों की संख्या यूक्रेन की 2 फ़ीसदी आबादी से अधिक है। विश्व बैंक ने 2020 के अंत में यूक्रेन की जनसंख्या को 4 करोड़ 40 लाख गिना था। संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी ने भविष्यवाणी की थी कि 40 लाख लोग यूक्रेन छोड़ सकते हैं। आगाह किया गया था कि यह आंकड़ा ज्यादा भी हो सकता है। यूएनएससीआर ने कल बुधवार को कहा था कि इस दर पर यूक्रेन से पलायन इस सदी में सबसे बड़ा शरणार्थी संकट बन सकता है।

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग के आंकड़े से पता चलता है कि 1 सप्ताह से भी कम समय में यूक्रेन (Ukraine) से पलायन करने वालों की संख्या 2 फ़ीसदी की आबादी से अधिक है। राष्ट्रीय अधिकारियों द्वारा एकत्र की गई गणना के आधार पर तथ्य सामने आए हैं कि मध्य यूरोप ने 10 लाख का आंकड़ा पार कर लिया। शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र के ई-मेल में ट्विटर पर लिखा कि केवल 7 दिनों में हमने यूक्रेन से पड़ोसी देशों में 10 लाख शरणार्थियों का प्लान देखा है।

यह भी पढ़े:- Russia Ukraine War: रूस ने यूक्रेन की राजधानी कीव और दूसरे शहरों पर किए कई बड़े हवाई हमले

बता दे कि साल 2011 में गृह युद्ध का सामना करने वाली सीरिया फिलहाल सबसे अधिक शरणार्थियों के पलायन वाला देश बना है। वह करीब 56 लाख लोग पलायन कर चुके हैं इसके अलावा 2013 में भी सीरिया से अधिक लोगों के पलायन के दौरान दस लाख लोगों के पलायन में करीब 3 महीने लगे।

देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘DNP INDIA’ को अभी subscribe करें।आप हमें FACEBOOKINSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो पर सकते हैं

Share.

अंजलि शर्मा पिछले 2 साल से पत्रकारिता के क्षेत्र में काम कर रही हैं। अंजलि ने महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी से अपनी पत्रकारिता की पढ़ाई की है। फिलहाल अंजलि DNP India Hindi वेबसाइट में कंटेंट राइटर के तौर पर काम कर रही हैं।

Exit mobile version