नई दिल्ली: आखिरकार देर से हीं सही लेकिन मुंबई हमले के मास्टरमाइंड और लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर जकीउर रहमान लखवी को पाकिस्तान की एक अदालत ने टेरर फंडिग को लेकर 15 साल की कठोर सजा सुनाई है। इससे पहले लखवी को पाकिस्तान के आतंकवाद निरोधक विभाग (सीटीडी) ने उसे आतंकवादी गतिविधियों के लिए धन मुहैया कराने के आरोप में गिरफ्तार किया था। अदालत ने आतंकियों को पैसा देने के आरोप में दोषी पाया था। लखवी पर आरोप है कि उसने आतंकवाद को फैलाने के लिए कोई सकर नहीं छोड़ा था। उसने बड़े पैमाने पर आतंकियों की मदद की थी।

संयुक्त राष्ट्र के आतंकियों की लिस्ट में शामिल है लखवी:
लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर जकीउर रहमान लखवी को संयुक्त राष्ट्र की तरफ से घोषित आतंकियों की सूची में शामिल किया गया है. उसपर अमेरिका और भारत ने इनाम भी घोषित किया हुआ है. भारत के भी मोस्ट वांटेड की लिस्ट में लखवी का नाम शामिल है. लखवी मुंबई में हुए 26/11 हमले का मास्टरमाइंड भी है, इसने कराची में बैठकर मुंबई में आतंकियों को निर्देशित कर रहा था।

आतंकवाद निरोधक विभाग (सीटीडी) ने क्या कहा:
लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर जकीउर रहमान लखवी को लेकर सीटीडी ने कहा कि, “लखवी पर एक दवाखाना चलाने, जुटाए गए धन का इस्तेमाल आतंकवाद के वित्त पोषण में करने का आरोप है. उसने और अन्य ने इस दवाखाने से पैसा इकट्ठा किए और इस पैसे का इस्तेमाल आतंकवाद के वित्त पोषण में किया. उसने इस पैसे का इस्तेमाल निजी खर्च में भी किया.”

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