New Delhi: वैश्विक महामारी कोरोना वायरस का कहर लगातार जारी है. इस महामारी ने पूरी दुनिया को परेशान कर दिया, इस महामारी के कहर से सुपर पावर अमेरिका भी नहीं बच सका। अमेरिका में भी कोरोना ने भयंकर तबाही मचाई। वहीं अपने देश भारत की अगर बात करें तो यहां भी कोरोना ने खुब कहर बरपाया। इस महामारी को रोकने के लिए सरकार ने जहां लॉकडाउन का एलान किया और दूसरे देशों से भारत आने वालों पर बैन भी लगा दिया गया था। वहीं अब कोरोना वैक्सीनेशन की शुरुआत हो चुकी है। फिलहाल कई देशों में हालात समान्य होने की तरफ बढ़ रहे हैं। इन सबके बीच अब एक शब्द खुब सुर्खियां बटोर रहा है, वो शब्द है ‘वैक्सीन पासपोर्ट’। चलिए आपको बताते हैं कि वैक्सीन पासपोर्ट क्या है।

वैक्सीन पासपोर्ट क्या है?
कोरोना काल में यात्रा पर लगी रोक अब हटने लगी है. अगर बात समान्य तौर की करें तो अगर आपको एक देश से दूसरे देश में जाना हो तो पासपोर्ट की आवश्यकता पड़ती है, लेकिन अब कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के लिए आने वाले कुछ दिनों में अमेरिका समेत कुछ देश एक डिजिटल पासपोर्ट तैयारस करने वाले हैं। इसके तहत लोगों को वैक्सीनेशन के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। इसी को ‘वैक्सीन पासपोर्ट’ का नाम दिया गया है।

क्या आ सकती हैं दिक्कतें?
एक तरफ जहां कोरोना महामारी से लड़ने के लिए पूरी दुनिया कमर कस चुकी है तो वहीं ‘वैक्सीन पासपोर्ट’ के आने के बाद बड़े स्तर पर डेटा के लीक होने का भी डर सताने लगा है। हाल के दिनों में सोशल मीडिया से जुड़े कई ऐप्स पर डेटा लीक होने का आरोप भी लगा है। इनमें फेसबुक और व्हॉट्सएप जैसे ऐप्स का नाम भी शामिल है। पूरी दुनिया को अब इसके गोपनियता को लेकर चिंता होने लगी है। वहीं ये साफ नहीं हो पाया है कि ‘वैक्सीन पासपोर्ट’ एक दस्तावेज के रूप में आएगा या इसके लिए कोई एप का निर्माण किया जाएगा।

वैक्सीन पासपोर्ट पर WHO का क्या रुख है?
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन ने भी ‘वैक्सीन पासपोर्ट’ को लेकर अपनी राय रखी है. WHO ने साफ कर दिया है कि ये एक तरह का डिजिटल हेल्थ पास होगा। इससे यात्रा के दौरान होने वाली परेशानियों से लड़ने में काफी हदतक सहायता मिलेगी।

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