डीएनपी डेस्क: जानवर से इंसानों का प्रेम हो जाना कोई नई कहानी नहीं है. लेकिन प्रेम को निभाने की कला हर किसी में नहीं होता है. हम जो आपको आगे बताने जा रहे हैं वो कोई फिल्मी कहानी नहीं हकीकत की दास्तां है. हम आज बात करने जा रहे हैं एक ऐसे पशु पालक की जिसने मानवता से आगे आकर अपने पशु से बेइंतहा प्रेम का परिचय दिया है. पशु पालक ने अपनी जिंदगी की अलौकिक सुख सुविधा के तर्ज पर अपने पशु को सुख सुविधा मुहैया करा रखा है. अब आगे जो हम आपको बताने जा रहे हैं वो पढ़ कर आपकी आखें नम हो जाएंगी. दरअसल आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले में एक पशु पालक ने अपने गाय से इतना प्यार करता है कि गर्भधारण करने पर उसकी गोदभराई की रस्म पूरी करता है. गाय की गोदभराई की रस्म अनोखी नहीं हो सकती है लेकिन पशु पालक के द्वारा गोदभराई के दौरान की गई प्रकिया हैरतअंगेज है.
पशु पालक के द्वारा इस दौरान गाय को खूबसूरत तरीके से सजाया जाता है. गर्भधारण का यह रस्म मालिक बैंड बाजे और पारंपरिक गीतों के साथ निभाता है. आपको बता दें कि इस कार्यक्रम में घर की महिलाएं हिस्सा लेती हैं और गाय के साथ मालिक को अपने गीतों के जरिए शुभकामनाएं देती है. इस दौरान गाय को हल्दी कुमकुम गांववालों ने मिलकर लगाया. तरह-तरह के पकवान पूजा के लिए बनाए गए. फल और पकवान को प्रसाद के रूप में रखा गया.
गौरतलब है कि यह मामला आंध्र प्रदेश के आगिरिपल्ली मंडल के वडलामानु गांव बताया जा रहा है. पशु पालक का नाम प्रसाद राव है. जिन्होंने अपनी पत्नी के संग मिलकर अपनी इस गाय के गर्भवती होने पर गाय की गोदभराई की रस्म को निभाया है. इतना कुछ पढ़ने के बाद आपके मन में कई सलाव उठ रहे होंगे कि पशु पालक ने गाय का कोई यूनिक नाम तो रखा होगा. जी हां ! पशु पालक ने गाय का नाम बड़े प्यार और अरमान से अल्वेलु मंगम्मा रखा हुआ है. पत्रकारों से बात करते हुए गांववालों ने बताया कि अगर गाय की गोदभराई करके पूजा करेंगे तो गांव में पशु, फसल सब अच्छे रहेंगे, गांव में खुशहाली बरसेगी.
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