जिंदगी और मौत ईश्वर की बनाई हुईं दो ऐसी चीजें हैं जो आनी ही आनी हैं। यही कारण है कि, जब कोई पैदा होता है तो जश्न मनाया जाता है। तो वहीं जब कोई मरता है तो शोक मनाया जाता है। और मरने वाले व्यक्ति के लिए खूब रोया भी जाता है।
लेकिन क्या आप जानते हैं? दुनिया में एक ऐसी जगह भी मौजूद है। जहां मरने वालों को न तो दफन किया जाता है और न ही जलाया जाता है। और आपको जानकर हैरानी होगी कि, इन मरे हुए लोगों के साथ सिर्फ लोग रहते ही नहीं हैं बल्कि उनके साथ खाते हैं पीते हैं और सोते भी हैं।
आपको सुनने में ये थोड़ा अजीब लग रहा होगा। लेकिन ये पूरी तरह से हकीकत है। और ये हकीकत बड़े मुस्लिम मुल्क इंडोनेशिया में आपको देखने को मिल जाएगी। जिसे देखकर आपका भूतों से तो विश्वास उठ ही जाएगा। इसके साथ ही आपको मुर्दों के साथ रहने की भी आदत हो जाएगी लेकिन अगर आप चाहें तो..
चलिए आपको बताते हैं इंडोनेशिया में रहने वाली इस अजीब जनजाति के बारे में जिनके बारे में जानकर आपके होश उड़ जाएंगे।
इंडोनेशिया के टोराजा संप्रदाय के लोग इस अजीब रिति-रिवाज को मानतें हैं और इसी के साथ जीते भी हैं। टोराजा संप्रदाय का मानना है कि, मौत के बाद भी जीवन है और इसीलिए मरने वालों के साथ वो रहते हैं। इस परंपरा को इंडोनेशिया में लाखों लोग मानते हैं।
इस संप्रदाय में मरे हुए लोगों की अंतिम क्रिया भी अलग तरह से की जाती है। जिसे जानकर आपका सिर घूम जाएगा।
टोराजा संप्रदाय में जब कोई मर जाता है तो पहले तो बाहर से आये लोगों को चाय नाश्ता कराया जाता है। उसके बाद मृत व्यक्ति की खूब फोटो खींची जाती हैं। अंतिम श्र्धांजलि के तौर पर यहां पर भैंसे की बलि दी जाती है। ये बलि मृत व्यक्ति के सम्मान में दी जाती है। जिसमें आस-पास के लोग हिस्सा लेने पहुंचते हैं।
बलि के बाद मृतक के शरीर को घर के अंदर ले जाया जाता है। इसके बाद उसे अनाज घर और बाद में श्मशान ले जाते हैं। वहां पर ऐतिहासिक क्रिया के बाद एक और अंतिम क्रिया की जाती है। लेकिन इस दौरान मृतक का शरीर न तो जलाया जाता है और न ही दफनाया जाता है।
इस अंतिम क्रिया के बाद मृत व्यक्ति को पैतृक दुर्ग में खाने के सामान और सिगरेट के साथ रखा जाता है। मृत व्यक्ति से साथ खाना और सिगरेट रखना यहां के लोग शुभ मानते हैं।
मृत व्यक्ति का शरीर खराब न हो इसके लिए मृतक के शरीर पर फॉर्मल्डहाइड और पानी का घोल लगाया जाता है। इस घोल से मृतक का शरीर खराब नहीं होता है। इस अंतिम क्रिया के बाद मृतक के शरीर को बाहर निकाल लिया जाता है और फिर उनके साथ रहा जाता है।
इतना ही नहीं इन मरे हुए लोगों को इस संप्रदाय के द्वारा खूब सजाया भी जाता है। इंडोनेशिया में बाहर से आये पर्यटकों के द्वारा इसकी खूब तस्वीरें ली जाती हैं। जो आपको गूगल पर देखने को मिल जाएंगी। तो देखा आपने दुनिया में कितने अजीब लोग अपनी अजीब परंपराओं के साथ जीते हैं।

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आरोही डीएनपी इंडिया में मनी, देश, राजनीति , सहित कई कैटेगिरी पर लिखती हैं। लेकिन कुछ समय से आरोही अपनी विशेष रूचि के चलते ओटो और टेक जैसे महत्वपूर्ण विषयों की जानकारी लोगों तक पहुंचा रही हैं, इन्होंने अपनी पत्रकारिका की पढ़ाई पीटीयू यूनिवर्सिटी से पूर्ण की है और लंबे समय से अलग-अलग विषयों की महत्वपूर्ण खबरें लोगों तक पहुंचा रही हैं।

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