आत्मा की शांति हो या खुद को पवित्र करना हो लोग इसके लिए खूब पूजा पाठ करते हैं और ऐसा लगभग सभी धर्मो के लोग करते हैं। लेकिन आज हम आपको जिस अजीब रिवाज के बारे में बताने जा रहे हैं। उस पढ़कर आपकी रूह कांप जाएगी। क्योंकि इस रिवाज के चलते लोगों को खुद को पीड़ा देनी होती है और वो भी कोई ऐसी-वैसी नहीं बल्कि मुंह से खून निकाल कर। जी हां दुनिया में कुछ ऐसे विचित्र और अजीब लोग भी हैं जो खुद को पवित्र करने के लिए अपने ही मुंह से खून निकालते हैं।


इस अजीब परंपरा को मानने वाले नाइजीरिया में रहते हैं। जिन्हें मतौसा जनजाति के नाम से जाना जाता है। मतौसा जनजाति के लोग एक लकड़ी को तब तक अपने गले के भीतर डाले रहते हैं जब तक कि उन्हें उलटी ना हो जाए। इसके बाद वे उस लकड़ी को अपने नाक और जीभ में डालकर खून बहाते है, ताकि उनका रक्त पवित्र हो जाए और उनकी आत्मा शुद्ध हो जाए।इन लोगों का मानना है कि, ऐसा करने से ईश्वर प्रसन्न होता है और सारे पापों से मुक्त कर देता है। इस परंपरा के लिए ये लोग एक मेले जैसा आयोजन करते हैं। जिसमें इकठ्ठा होकर अपने गले और नाक में लकड़ी डालकर खूब रक्त बहाते हैं। हैरानी की बात ये है कि, इस खतरनाक प्रक्रिया से गुजरने के दौरान किसी की भी मौत नहीं होती है और इसका निर्वाहन बच्चा हो या बड़ा सभी करते हैं।

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आरोही डीएनपी इंडिया में मनी, देश, राजनीति , सहित कई कैटेगिरी पर लिखती हैं। लेकिन कुछ समय से आरोही अपनी विशेष रूचि के चलते ओटो और टेक जैसे महत्वपूर्ण विषयों की जानकारी लोगों तक पहुंचा रही हैं, इन्होंने अपनी पत्रकारिका की पढ़ाई पीटीयू यूनिवर्सिटी से पूर्ण की है और लंबे समय से अलग-अलग विषयों की महत्वपूर्ण खबरें लोगों तक पहुंचा रही हैं।

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