दिल्लीः सैलरी कटौती को लेकर पंजाब के शिक्षक राहुल गांधी के आवास के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं। बता दें कि पिछले काफी समय से पंजाब फेडरेशन ऑफ यूनिवर्सिटी एंड कॉलेज टीचर्स ऑर्गनाइजेशन का एक प्रतिनिधिमंडल पंजाब में यूजीसी के वेतनमान को लागू नहीं करने को लेकर नाराज है। इस मुद्दे को लेकर 28 दिसंबर को शिक्षकों ने सेक्टर 15 में कांग्रेस भवन का घेराव भी किया था और अपनी मांगों के लिए पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की थी। वहीं नवजोत सिंह उनके साथ 31 दिसंबर को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी मुख्यालय नई दिल्ली जाएंगे।

7 वें यूजीसी वेतनमान को लागू नहीं करने से नाराज हैं शिक्षक

नाराज शिक्षकों का कहना है कि सरकार वादे करके भूल गई है और उनको वादों को याद दिलाना जरूरी है। पंजाब यूनिवर्सिटी टीचर्स एसोसिएशन (PUTA) ने मंगलवार को एक बयान जारी करते हुए कहा कि पंजाब सरकार वादे करके भूल गई है…सरकार बार-बार आश्वासन के बावजूद विश्वविद्यालय और कॉलेज के शिक्षकों की लंबे समय से लंबित मांगों को पूरा करने में विफल रही…इसलिए सभी शिक्षक मिलकर जल्द ही राहुल गांधी से मुलाकात करेंगे। 2018 में 7 वें यूजीसी वेतनमान को लागू करने की बात कांग्रेस सरकार ने कही थी…हमारे पास याद दिलाने के अलावा अब कोई विकल्प नहीं बचा है।

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शिक्षकों पर गरमा रही राजनीति

आगामी विधानसभा चुनाव में इस बार शिक्षकों का मुद्दा विपक्षी पार्टियां जोर-शोर से उठा रही हैं। बीते दिन पहले ही शिक्षकों की समस्याओं को देखते हुए आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने कई चुनावी वादे शिक्षकों से  किए हैं। अरविंद केजरीवाल के मुताबिक पंजाब में आप की सरकार बनने पर शिक्षकों को 8 गारंटी घोषणा और पंजाब की शिक्षा व्यवस्था में सुधार का करने का वादा किया। बता दें कि हाल ही में चरणजीत सिंह चन्नी की रैली में शिक्षकों पर लाठियां बरसाई गई थी जिसको विरोध सभी विपक्षी पार्टियों ने किया था।

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