ये गली या ये चौबारा…. एक राधा एक मीरा… यशोमति मैया से बोले नंदलाला….चंदा है तू मेरा सूरज है तू….गौरी है कलाइयां…..देर न हो जाये कहीं देर न हो जाये…जाने क्यों लोग मोहब्बत किया करते है….ना जाने ऐसे कितने हज़ारों सुपरहिट गाने भारत देश की स्वरकोकिला ने हिंदी सिनेमा जगत को दिए हैं।बॉलीवुड में ही नहीं बल्कि देश की सभी फिल्म इंडस्ट्री में अपनी आवाज का जादू बिखेरने वाली स्वरकोकिला लता मंगेशकर का आज जन्मदिन है। 91 साल की हो चुकीं लता मंगेशकर का जन्म 28 सितंबर 1929 को मध्यप्रदेश के इंदौर में हुआ था। भारत देश की स्वरकोकिला यानी कि लता मंगेशकर ने महज 13 साल की उम्र में मराठी फिल्म ‘किती हसाल’ के लिए ‘नाचू या गाडे, खेलू सारी, मानी हौस भारी’ गाने से गायकी की दुनिया में कदम रखा था। ये फिल्म साल 1943 में आयी थी। इसके बाद वसंत जोगलेकर की हिंदी फिल्म ‘आप की सेवा में’ के लिए ‘पा लागूं कर जोड़ि रे’ गाने से उन्होंने बॉलीवुड में अपने करियर की शुरुआत की। बस फिर क्या था…..प्रतिभाशाली लता ने फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।

1977 में फिल्म ‘किनारा’ के लिए लता मंगेशकर ने एक गाना गाया और वो गाना था…..’नाम गुम जायेगा, चेहरा ये बदल जायेगा, मेरी आवाज़ ही पहचान है,गर याद रहे। ये मशहूर गाना गुलज़ार साहब ने लता मंगेशकर के लिए लिखा था। गुलजार उनकी गायिकी की तारीफ में कहते हैं कि लता की आवाज हमारे देश का एक सांस्कृतिक तथ्य है, जो हम पर हर दिन उजागर होता है। उनकी मधुर आवाज सुने बगैर शाम नहीं ढलती- सिवा की आप बाधिर ना हों। DNP इंडिया की तरफ से भारत देश की स्वरकोकिला लता मंगेशकर को इस जन्मदिन के शुभ अवसर पर खूब सारी बधाई।

Share.
Exit mobile version