इस बात में तो कोई शक नहीं है कि बॉलीवुड एक्टर आयुष्मान खुराना काफी मल्टी टैलेंटेड हैं। आयुष्मान उम्दा एक्टर होने के साथ – साथ बेहतरीन सिंगर, डांसर और शो होस्ट भी हैं। हाल ही में आयुष्मान खुराना ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक पोस्ट शेयर किया है और आयुष्मान की ये पोस्ट इस बात को साबित भी करती है कि आयुष्मान खुराना वाकई में काफी दम रखते हैं। इस पोस्ट के जरिये आयुष्मान ने अपनी ख़ुशी जगजाहिर करते हुए बताया है कि दुनिया के सबसे प्रभावशाली लोगों की रैंकिंग तय करने वाली मैगनीन ‘टाइम’ ने आयुष्मान का भी नाम 100 प्रभावशाली व्यक्तियों में शामिल किया है। आयुष्मान की इस पोस्ट पर उनके फैन्स और बॉलीवुड सेलेब्रिटीज़ उन्हें जमकर बधाइयाँ दे रहे हैं।

आयुष्मान खुराना ने ये तारीफ़ ए काबिल पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि – टाइम की दुनिया में 100 सबसे प्रभावशाली लोगों की सूची जारी हो चुकी है। मुझे गर्व है कि मैं इस समूह का हिस्सा हूं। आयुष्मान खुराना का नाम टाइम मैगजीन की 100 प्रभावशाली व्यक्तियों की लिस्ट में आने के बाद ड्रग्स केस में फँसी बॉलीवुड एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण ने आयुष्मान की तारीफ़ में एक नोट लिखा कि – आयुष्मान खुराना उनकी डेब्यू फिल्म ‘विकी डोनर’ के वक्त से याद हैं। वह कई तरीकों से एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री का हिस्सा रहे हैं लेकिन हम और आप उनके बारे में आज इसलिए बात कर रहे हैं क्योंकि उन्होंने कई यादगार फिल्मों में अपने आइकॉनिक रोल से प्रभावित किया है। जहां मेल लीड रोल अक्सर एक ही मर्दानगी के स्टीरियोटाइप में बंध जाता है , वहीं आयुष्मान ने सफलतापूर्वक खुद को उन किरदारों में ढाला है जो इन स्टीरियोटाइप को चुनौती देते हैं। हम आपको बता दें कि बॉलीवुड एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण का नाम भी साल 2018 की सबसे प्रभावशाली व्यक्तियों की लिस्ट में शुमार हुआ था।

100 प्रभावशाली व्यक्तियों की इस लिस्ट में आयुष्मान खुराना समेत, भारत देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई, लंदन में रहने वाले भारतीय मूल के डॉक्टर रवींद्र गुप्ता और शाहीन बाग आंदोलन से चर्चा में आईं बिल्किस दादी का नाम भी शामिल है। ये पाँचों भारतीय इस साल दुनियाभर में काफी सुर्ख़ियों में रहें। जहां दीपिका पादुकोण ने आयुष्मान की तारीफ में नोट लिखा था, वहीं टाइम मैगजीन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ़ करते हुए लिखा कि – लोकतंत्र के लिए स्‍वतंत्र चुनाव ही सबसे जरूरी नहीं है। चुनाव से केवल यह पता चलता है कि सबसे अधिक वोट किसे मिले हैं। भारत 7 दशकों से दुनिया का सबसे बड़ा लोक‍तंत्र रहा है। भारत की 1.3 अरब की आबादी में ईसाई, मुस्लिम, सिख, बौद्ध, जैन और दूसरे धर्मों के लोग शामिल हैं।

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